Misery and hate; nor did I hope to pass
Untouched by suffering, through the rugged glen.
In mine own heart I saw as in a glass
The hearts of others … And when
I went among my kind, with triple brass
Of calm endurance my weak breast I armed,
To bear scorn, fear, and hate, a woful mass!
Hindi Translation by Rajnish Manga
अफ़सोस! कभी सोचा न था जीवन यूँ भी होता है
हिंदी भावानुवाद रजनीश मंगा द्वारा
अफ़सोस! कभी सोचा न था जीवन यूँ भी होता है
मैं जानता हूँ कि यहाँ अपराध भी हैं और बुरे लोग भी
कष्ट भी है और नफरत भी, मगर ये मंशा नहीं थी मेरी
कि मैं तकलीफों से बचा रहूँ इस उहापोह से भरी जगह पर
खुद मैंने अपने दिल के अंदर रखे दर्पण में देख लिया था
दूसरे लोगों का हृदय…. और जब
मैं अपने जैसों के बीच गया जिनकी पहचान की चीजे हैं
उनका संयम, सहनशक्ति और उनके दिलों की गर्मजोशी
सहन सदा कर लूँगा मैं सब- तिरस्कार, डर, बैर-भाव
This is a translation of the poem
Alas! This Is Not What I Thought Life Was
by
Percy Bysshe Shelley