They returned from the ride
With the lady inside,
And the smile on the face of the tiger.
—attributed to Edward Lear
नाईजर देश की रहने वाली थी वो इक सुन्दर बाला,
बाघों पर बैठ सवारी करती, आफत की थी परकाला,
इक दिन दोनों गए घूमने,
बाघ शाम को लगा झूमने,
क्योंकि उसने मार झपट्टा बाला का था किया निवाला.
(अनुवाद: रजनीश मंगा)
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धरा का ये विधान है
दौड़ में विकास कीतोड़ती रही सततधरा का संतुलन अनतसंतति मनुष्य की.प्रचण्ड वार जब पड़ाप्रकृति के हाथ कातो खण्ड खण्ड हो गयादंभ से भरे हुएआदमी के हाथ काबना हुआ वितान वो.ग्लेशियर पिघल रहेवन प्रदेश जल रहेअब बाढ़ है, सुनामी हैभूकंप और तूफ़ान हैमान लो मेरा कहाधरा का ये विधान है.
You must have attended several
But this one is unique & beats oldtraditionsIt is in Russia’s Siberiancity ofNovosibirskAn annual exhibition of paintingsis almost fixThere’s a place where paintings areswappedWith food items of artists’ choiceunstrappedOne painting went for 180 kg ofBuckwheatAnother fetched as much as 50 kgSugar- a treatA piece went for Salmon and somechocolateOne painting of Hindu Goddess ofknowledge‘Saraswati’ was…
एक बार पुनः मुझको ऐसा लगा
हो रहा हूँ जुदाऐसा क्यों?एक बार तो ऐसा तब था हुआजबकि मैं झील में कूद करघात करने चला थाउस दिन मैं खंड खंडविभाजित हुआकुछ ‘मैं’ मेरे साथकुछ ‘मैं’ अलग थलगपहले पहल मुझको ऐसा लगाजैसे अपने से ही हो रहा हूँ जुदाऐसा क्यों?आज वो सब नहींकिन्तु है, कुछ तो है.आज मेरा मैं मुझसे बाग़ी नहींआज तुम…
उसके रूप की प्रशंसा में
हिंदी रूपांतरण: रजनीश मंगाशब्द महाकवियों के भी शरमा जायेंउनके विवरण में जैसे कुछ कमियाँ रह जायें,दुर्लभ कोमल कलियों को वर्णित करने में.उन श्वेत मोतियों का चित्रण कर पाने मेंऔर उनकी मीठी बोली का आकर्षण दर्शाने में,हर एक खजाने से बढ़ कर है उसकी सुंदरता.है अद्वितीय और विरल, विधाता की वह रचना,सोच रहा हूँ यह सुंदरता,…
There once was a wonderful ape.
Now he swings in the trees,All exposed to the breeze,Which leaves him in very bad shape.(Name of the original writer not known)एक समय की बात है जंगल में था बनमानुस;कोट बनाने की खातिर बाल दे गया भलमानुस;यहाँ वहाँ अब दौड़ रहा,सरदी में हलकोड़ रहा,इतनी खस्ता हालत में घटती जाती है आयुष.(भावानुवाद/ रजनीश मंगा)
Original Poem is by Oscar Wilde
हिंदी रूपांतरण: रजनीश मंगाजो विलासिता में रहता है उसके लिये सब ठीक हैयहाँ वहाँ सोने चाँदी को उसने संचित कर रखा है,खुद को उसने वर्षा की चिंता से वंचित कर रखा हैभले वृक्ष वन में गिरते हों उसके लिये सब ठीक है.उसके लिये सब ठीक जिसने है कभी जाना नहींभूख से वर्षों लड़ने वाले का…